(((वर्ष  2012 तक)))
मौत की खबर के बाद///शम्भू शरण भारतीय
इस बिहार में…./// डॉ० रामलखन सिंह यादव
सज्जनता अब गाली हो गई//डॉ० रामलखन सिंह यादव
दहशत के साये में रहेंगे कब तक ?//रचना भारतीय
एहसास///आनंद मोहन (पूर्व सांसद)
जनकवि का आक्रोश///शम्भू शरण भारतीय
तुमसे और अधिक मांगती हूँ..///डॉ सुधा उपाध्याय
तुम सूर्य हो सुप्रभात का///हिमांशु शंकर त्रिवेदी
मूक हो गया मगध पाटलिपुत्रा के शोक पर///अजय ठाकुर
मै नारी हूँ, ये अपराध मेरा तो नहीं/// डॉ शेफालिका वर्मा
मैंने तुम्हे याद किया है.....!!! ///सुषमा आहुति
मैं कामना करती हूँ///संतोष कुमार
राजनीति///आनंद मोहन (पूर्व सांसद)
एक थी सुनरी ///डॉ सुधा उपाध्याय
"ये भ्रष्टाचार"///अमन कुमार
" प्रेम की मादकता "///अजय ठाकुर
आखिर क्यों ..???///डॉ शेफालिका वर्मा
अभिमान..///सुबोध कुमार पासवान
लाचार सूर्य .../// डॉ सुधा उपाध्याय
जेल///आनन्द मोहन (पूर्व सांसद)
ठाकरे सरे आम रंगदारी करता है.///रचना भारतीय
कोसते नहीं करके दिखाते हैं..///डा० सुधा उपाध्याय
जनतंत्र का बैंड बजा..///रचना भारतीय
इंसानियत///आनन्द मोहन (पूर्व सांसद)
यह कैसी आजादी ?///आनन्द मोहन (पूर्व सांसद)
और मैं कातिल हुआ..?//आनंद मोहन (पूर्व सांसद)
मैं ही नारी हूँ......!!! ///सुषमा आहुति
मामूली आदमी का घोषणापत्र///अरविन्द श्रीवास्तव
मेरी जिंदगी सिर्फ मेरी माँ है ///अभिषेक
ये स्टुडेंट की पहचान है..///भवेश कुमार यादव
ये हवस की 'इंतिहा' है इससे ज्यादा क्या कहें ?///शिखा कौशिक
"मैं दूंगा साथ तेरा"///अमन कुमार
दर्द बांटने वाले कम मिलेंगे..//रचना भारतीय
खता..../// असित रंजन
सिर्फ तुम्हारी हूँ....!!!///सुषमा आहुति
सरकारी योजनाएं///पी० बिहारी ‘बेधडक’
"Hope Must Never Die"///अमन कुमार
गांधी के देश में भ्रष्टों की फ़ौज///सुबोध कुमार सुधाकर
"डर लगता है"///अमन कुमार
रूप मेरा....तुम्हारा प्यार/// कृष्णा अंजनी
इंसान....///सुबोध कुमार पासवान
‘मेरा तो स्वर्ग लुट गया...’//असित रंजन
तुम पर विश्वास करती हूँ.......!!!///--सुषमा आहुति
अब जोश दें अल्फाज को ...//रचना भारतीय
अफ़सोस के लिए कुछ शब्द / अरविन्द श्रीवास्तव
मुश्कुराने का एक बहाना...........!///प्रशांत सरकार
तुम्ही को ढूढती हूँ मैं.........!!!//सुषमा आहुति
जो मिला निशा वो खला है और.... !!अजय ठाकुर//
जाओ यहाँ से...///रश्मि प्रभा
तुमसे जिन्दगी भर प्यार कर सकती हूँ मैं ...!!! /--सुषमा 'आहुति'
आपका मुस्कराना /उल्लास मुखर्जी
सुखद अंत के लिए / अरविन्द श्रीवास्तव
अगर मगर.....रश्मि प्रभा
आहुति......उल्लास मुखर्जी
राजघाट में सोये गाँधी ...!!-----जानवी अग्रवाल
एक लम्हा.....!!!!
आत्मकथा
एक कविता सुनाऊंगा
खुदा के पहले खुदा के बाद है  ... "माँ"  .!!
हवाएँ सर्द आती है
एक सच जीवन का
तकती फाटक .... !!
नहीं कहना चाहता मैं अलविदा
बस इतना फसाना है
तुमको पाने की आस नहीं
“तब याद करना”
मन चंचल है..
पत्थर
साल का हाल .....
बाहर का भोजन
“वक्त के साथ”
एक बोझिल मन सा जीवन है
वो बेअदब से हँस दिए
उल्टा-पुल्टा
कफन उनको ही लाना है
ये आईना ....!!
पतिव्रता (?) नारियाँ !
Certain नही है...
यादों में मिल जाती है वो .. !!
दर्द ज़िन्दगी का ख़ास हिस्सा है
कोई अपना नहीं है !!
प्यार मर जाता है
आखिर क्यों .... !!
यदि संभव हो तो
एक अन्त...एक शुरुआत...
कोई तो बता .... कोई तो बता !!
मैंने तन्हाई से दोस्ती की चंद पलों की ख़ुशी के लिये !!
मेरा ही तो था.....
मैं हूँ तन्हा पर अकेला नहीं !
साजन तुम्हारी याद
मन को पता होता है
आशाओं का सवेरा !!
ऐसा देखा था मैंने एक  सपना !!
दिल चाहता क्या है
और क्या अरमान होगा...
लाश है तू !!
सिर्फ अपना !!!
गमे मुहब्बत ने दी है मुझे खुशी
माँ
हो एक ऐसा शख्स जो, मोहब्बत-ओ-वफ़ा करे
शाम का चेहरा  

आत्मा अमर है